भोपाल। राष्ट्र निर्माण में उद्योग एवं व्यापार की भूमिका पर आधारित विशेषांक में चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीस कटनी के सुझाव है कि राष्ट्र निर्माण में उद्योग एवं व्यापार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उद्योग और व्यापार के माध्यम से न केवल आर्थिक विकास होता है, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होते हैं। इसके अलावा, एक मजबूत उद्योग आधार राष्ट्र की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति को मजबूती प्रदान करता है।
चेंबर के विचार एवं सुझाव:
1- स्थानीय उत्पादों का समर्थन स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास संभव हो सकता है। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी कदम बढ़ाया जाएगा।
2- हरित उद्योगों का विकास सतत विकास के सिद्धांतों को अपनाते हुए, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हरित उद्योगों पर जोर देना चाहिए। इससे न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।
3- शिक्षा और कौशल विकास उद्योगों के लिए आवश्यक कौशल विकास पर बल दिया जाना चाहिए ताकि युवाओं को बेहतर रोजगार मिल सके और उद्योगों की जरूरतें पूरी हो सकती है।

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